Elections 2023:पांच राज्यों में चुनावों की तारीखों का ऐलान हो सकता है; यहां के सियासी समीकरण और पिछले चुनावों का हाल-चाल देखें।
Assembly Election 2023 EC Press Conference News in Hindi: आज देश के पांच राज्यों: मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनावों की घोषणा हो सकती है। ये चुनाव कुछ राज्यों में एक से अधिक चरणों में हो सकते हैं, जैसा कि पिछले चुनावों में हुआ था। दिसंबर के पहले सप्ताह तक सभी राज्यों में वोट डालने का अधिकार है।
सोमवार दोपहर 12 बजे निर्वाचन आयोग एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। इसमें पांच राज्यों में चुनाव घोषित किए जा सकते हैं। इस साल के अंत तक पांच राज्यों (मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम) में चुनाव होंगे। पांचों राज्यों में कुल 679 सीटें हैं
वर्तमान में मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार है। वहीं, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार है। तेलंगाना में के. चंद्रशेखर राव की सरकार है, जिसे भारत राष्ट्र समिति भी कहते हैं, या बीआरएस। मिजोरम में जोरमथंगा की मिजो नेशनल फ्रंट पार्टी सत्ता में है।
पांचों राज्यों के चुनावी समीकरण
- मध्यप्रदेश राज्य: 28 नवंबर 2018 को राज्य में पिछला विधानसभा चुनाव हुआ था। इस चुनाव में 2,899 उम्मीदवार थे। चुनाव आयोग ने बताया कि प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में औसतन बारह प्रत्याशी थे। राज्य में 3,78,54,811 लोगों ने मतदान किया। इनमें से 1,99,94,060 पुरुष, 178,60,401 महिलाएं और 350 थर्ड जेंडर ने मतदान किया। पुरुषों का मतदान 75.84%, महिलाओं का 74.01% रहा, जबकि कुल मतदान 74.97% था।
11 दिसंबर 2018 को एमपी के चुनाव नतीजे घोषित हुए। कांग्रेस को 230 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत से दो कम 114 सीटें मिलीं। भाजपा ने 109 सीटें हासिल कीं। भाजपा को 41 प्रतिशत वोट मिले, जबकि कांग्रेस को 40.9% वोट मिले, यह भी दिलचस्प था। बसपा को दो सीटें मिलीं, जबकि अन्य पार्टियों को पांच सीटें मिलीं। नतीजों के बाद कांग्रेस ने बसपा, सपा और अन्य पार्टियों के साथ मिलकर सरकार बनाई। इस तरह राज्य में कांग्रेस की सरकार 15 साल बाद बन गई और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने।
Elections 2023: पांच राज्यों में चुनाव तारीखों का एलान संभव, जानें यहां के सियासी समीकरण और पिछले चुनाव का हाल
Assembly Election 2023 EC Press Conference News in Hindi: EC Press Conference News on Assembly Election 2023:
आज देश के पांच राज्यों: मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनावों की घोषणा हो सकती है। ये चुनाव कुछ राज्यों में एक से अधिक चरणों में हो सकते हैं, जैसा कि पिछले चुनावों में हुआ था। दिसंबर के पहले सप्ताह तक सभी राज्यों में वोट डालने का अधिकार है।
सोमवार दोपहर 12 बजे निर्वाचन आयोग एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। इसमें पांच राज्यों में चुनाव घोषित किए जा सकते हैं। इस साल के अंत तक पांच राज्यों (मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम) में चुनाव होंगे। पांचों राज्यों में 679 विवाह
2018 में पांचों राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान छह अक्तूबर को हुआ था। छत्तीसगढ़ में चुनाव दो चरणों में कराए गए थे। वहीं मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में एक चरण में वोटिंग हुई थी। पांचों राज्यों के चुनाव नतीजे एक साथ 11 दिसंबर को आए थे।
पांचों राज्यों के चुनावी समीकरण
1मध्य प्रदेश: 28 नवंबर 2018 को राज्य में पिछला विधानसभा चुनाव हुआ था। इस चुनाव में 2,899 उम्मीदवार थे। चुनाव आयोग ने बताया कि प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में औसतन बारह प्रत्याशी थे। राज्य में 3,78,54,811 लोगों ने मतदान किया। इनमें से 1,99,94,060 पुरुष, 178,60,401 महिलाएं और 350 थर्ड जेंडर ने मतदान किया। पुरुषों का मतदान 75.84%, महिलाओं का 74.01% रहा, जबकि कुल मतदान 74.97% था।
11 दिसंबर 2018 को एमपी के चुनाव नतीजे घोषित हुए। कांग्रेस को 230 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत से दो कम 114 सीटें मिलीं। भाजपा ने 109 सीटें हासिल कीं। भाजपा को 41 प्रतिशत वोट मिले, जबकि कांग्रेस को 40.9% वोट मिले, यह भी दिलचस्प था। बसपा को दो सीटें मिलीं, जबकि अन्य पार्टियों को पांच सीटें मिलीं। नतीजों के बाद कांग्रेस ने बसपा, सपा और अन्य पार्टियों के साथ मिलकर सरकार बनाई। इस तरह राज्य में कांग्रेस की सरकार 15 साल बाद बन गई और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने।
यही कारण है कि 2023 में मध्यप्रदेश विधानसभा की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बीच, राज्य में मतदाता सूची का नवीनतम संस्करण जारी किया गया था। इससे लगभग 17 लाख मतदाता वृद्धि हुई है। प्रदेश में 5 करोड़ 60 लाख 60 हजार 925 आम मतदाता हैं। इसमें 2 करोड़ 88 लाख 25 हजार 607 पुरुष मतदाता हैं, 2 करोड़ 72 लाख 33 हजार 945 महिला मतदाता हैं, और थर्ड जेंडर 1373 हैं। प्रदेश में 5 करोड़ 61 हजार 36 हजार 229 मतदाता पंजीकृत हैं। 22 लाख 36 हजार 564 लोगों ने 18 से 19 साल की उम्र में पहली बार मतदान किया है,
भाजपा ने अब तक विधानसभा चुनाव में 79 उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। साथ ही, अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आप ने 39 प्रत्याशी घोषित किए हैं। कांग्रेस अभी तक कोई सूची नहीं दी है।
2राजस्थान: 28 नवंबर 2018 को राजस्थान में पिछला विधानसभा चुनाव हुआ था। इस चुनाव में 2,294 उम्मीदवारों ने भाग लिया था। राज्य में प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में औसतन ग्यारह प्रत्याशी थे। 3,53,90,876 लोगों ने मतदान किया था। इनमें 1,83,44,351 पुरुष, 1,70,46,450 महिलाएं और 75 थर्ड जेंडर शामिल थे। पुरुषों का मतदान 73.49%, महिलाओं का 74.67% रहा और कुल मतदान 74.06 प्रतिशत था।
11 दिसंबर 2018 को राज्य के चुनावों के नतीजे जारी किए गए। अलवर की रामगढ़ सीट को छोड़कर बाकी 199 सीटों पर चुनाव हुआ। बसपा के रामगढ़ प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह की मौत के कारण चुनाव स्थगित हो गया था। कांग्रेस ने इस चुनाव में भाजपा को मात देते हुए 99 सीटें जीतीं।
इसके साथ ही राज्य में हर पांच वर्ष में सरकार बदलने का नियम कायम रहा। भाजपा को 73 सीटें मिलीं, बसपा को छह, मायावती की पार्टी को छह, और अन्य को 20 सीटें मिलीं। कांग्रेस को बहुमत के लिए एक सौ एक विधायक चाहिए थे। कांग्रेस ने निर्दलियों और अन्य लोगों की मदद से आवश्यक डेटा प्राप्त किया। इसके साथ ही अशोक गहलोत फिर से मुख्यमंत्री बन गए।
2023 में राजस्थान विधानसभा की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस बीच, राज्य में मतदाता सूची का नवीनतम संस्करण जारी किया गया था। अंतिम सूची के अनुसार राज्य में 5 करोड़ 26 लाख 80 हजार 545 मतदाता हैं। इनमें से 2 करोड़ 73 लाख 58 हजार 627 पुरुष और 2 करोड़ 51 लाख 79 हजार 422 महिला मतदाता हैं।
80 वर्ष से अधिक आयु के 11.78 लाख मतदाता और 100 वर्ष से अधिक आयु के 17,241 मतदाता मतदाता सूची में हैं। 5,61 लाख विशेष योग्य मतदाता पंजीकृत हैं। इन मतदाताओं को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा घर पर वोटिंग की सुविधा दी जाएगी।
606 ट्रांसजेंडर मतदाता भी इसी तरह पंजीकृत हैं। प्रदेश में 601 मतदान केंद्रों का नवनिर्माण और 32 मतदान केंद्रों का समायोजन हुआ है। 569 मतदान केंद्रों को विस्तार मिला है। 51 हजार 187 से 51 हजार 756 मतदान केंद्र हैं।
3छत्तीसगढ़: राज्य में पिछला चुनाव दो चरणों में हुआ था। इस चुनाव में 1,269 उम्मीदवार थे। राज्य में प्रत्येक चुनाव क्षेत्र में औसतन 14 प्रत्याशी थे। 1,42,11,333 लोगों ने मतदान किया था। 71,36,626 पुरुष, 70,74,636 महिलाएं और 191 थर्ड जेंडर ने मतदान किया। पुरुषों ने 76.58% मतदान किया, जबकि महिलाओं ने 76.33% मतदान किया. कुल मतदान 76.45% था।
2018 में राज्य में दो चरणों में मतदान हुआ था। 12 नवंबर 2018 को पहले चरण का मतदान हुआ, जबकि 20 नवंबर 2018 को दूसरे चरण का मतदान हुआ। 11 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के चुनाव के नतीजे घोषित किए गए। कांग्रेस ने 90 सदस्यीय विधानसभा में 68 सीटें और भाजपा ने 15 सीटें जीतीं। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने पांच सीटें जीतीं, जबकि बसपा ने दो जीतीं।
2023 में राजस्थान विधानसभा की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस बीच, भारत निर्वाचन आयोग ने अंतिम मतदाता सूची जारी की है। राज्य में 2 करोड़ 3 लाख 60 हजार 240 मतदाता हैं, सूची के अनुसार। इनमें
4तेलंगाना: सात दिसंबर 2018 को राज्य में पिछले चुनाव हुए थे। इस चुनाव में 1,821 उम्मीदवार थे। राज्य में प्रत्येक चुनाव क्षेत्र में औसतन पंद्रह प्रत्याशी थे। 2,05,99,739 लोगों ने मतदान किया था। 1,03,28,078 पुरुष, 1,02,71,470 महिलाएं और 191 थर्ड जेंडर ने मतदान किया। पुरुषों का मतदान 72.90 प्रतिशत, महिलाओं का 73.86 प्रतिशत और कुल मतदान 73.37 प्रतिशत था। 32,814 मतदान केंद्र थे।
2018 में राज्य में सात दिसंबर को चुनाव हुए। 11 दिसंबर को तेलंगाना के चुनाव के नतीजे घोषित किए गए। बीआरएस ने 119 सदस्यीय विधानसभा में 88, कांग्रेस ने 19, आईएमआईएम ने सात, टीडीपी ने दो, भाजपा ने एक और AIFB ने एक सीट जीती। इसके अलावा एक सीट निर्दलीय विजेता ने जीती थी।
इस बीच, चुनाव आयोग ने राज्य की अंतिम मतदाता सूची जारी की है। 3,17 करोड़ से अधिक मतदाताओं में से 1,58,71,493 पुरुष और 1,58,43,339 महिला मतदाता हैं, जबकि 2,557 मतदाता तीसरे लिंग के हैं। इस वर्ष की शुरुआत में राज्य में मतदाताओं की कुल संख्या में 5.8% की वृद्धि हुई, जो 17,42,470 से अधिक हो गई।
- मिजोरम में 28 नवंबर 2018 को पिछले चुनाव हुए थे। चुनाव में 209 उम्मीदवार थे। राज्य में प्रत्येक चुनाव क्षेत्र में औसतन पांच प्रत्याशी थे। 6,20,008 लोगों ने मतदान किया। इनमें से 2,99,746 पुरुषों और 3,20,262 महिलाओं ने मतदान किया था। पुरुषों का मतदान 78.92% था, जबकि महिलाओं का 81.09% था, और कुल 80.03% था। 1,170 मतदान केंद्र थे।
28 नवंबर 2018 को पिछला चुनाव हुआ था। एमएनएफ ने इस चुनाव में 40 में से 27 सीटें जीतीं। कांग्रेस ने चार सीटें जीतीं, जबकि भाजपा ने एक सीट जीती। इसके अलावा, निर्दलीय प्रत्याशी आठ सीटों पर विजयी हुए। इसके साथ ही राज्य में एमएनएफ की सरकार बन गई, जिसका नेतृत्व मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने किया था।
इस बीच, चुनाव आयोग ने राज्य की अंतिम मतदाता सूची जारी की है। कुल 8,51,895 मतदाताओं में से 4,12,969 पुरुष और 4,38,925 महिलाएं हैं, साथ ही एक तीसरे लिंग का मतदाता भी है। कुल 4,973 सेवा मतदाता हैं, जिसमें 4,884 पुरुष और 89 महिला हैं। वर्तमान में मिजोरम में 1,276 मतदान केंद्र हैं।